मंगलवार, 16 अक्तूबर 2007

राम जाने कि क्यों राम आते नहीं

हो रहा आचरण का निरंतर पतन ,
राम जाने कि क्यों राम आते नहींहै
सिसकती अयोध्या दुखी
देके उनको देके शरण क्यों बचाते नहीं ?
..................अनुगुंजन से

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