शनिवार, 13 सितंबर 2008

वो सचमुच अपनी है

हिन्दी
विवेक रंजन श्रीवास्तव
c/6 , mpseb colony
Rampur , Jabalpur

संस्कृत की बेटी जो
भारत की भाषा है
अद्भुत जो बिरली जो
सचमुच जो संस्कृति है
हिन्दी वो अपनी है
लिपि जिसकी सुन्दर है
सरल और सीधी है
अक्षर जो वाक्य जो
शब्द जो दे संदेश
हिन्दी वो अपनी है
वाणी जो मीठी है
मधुर और स्मित है
ऐसी जो मनभावन
वो सचमुच अपनी है
हिन्दी जो सबकी है
हिन्दी जो तेरी है
हिन्दी जो मेरी है
इसकी है उसकी है
सचमुच जो सबकी है
हिन्दी वो अपनी है
एकता का सूत्र है जो
सरस्वती वरदान है
संपदा हैं शब्द जिसके
व्याकरण सम्मान्य है
हिन्दी वो महान है ...

vivek ranjan shrivastava
09425484452

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