tag:blogger.com,1999:blog-183078677282009535.post2123660964138007091..comments2023-10-24T06:55:11.544-07:00Comments on मेरी कवितायें: मां ! क्षमा करोVivek Ranjan Shrivastavahttp://www.blogger.com/profile/06945725435403559585noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-183078677282009535.post-84531933497132174372009-11-26T18:42:38.883-08:002009-11-26T18:42:38.883-08:00जैसे क्राइम की दुनिया में कहा जाता है , और हिन्दी ...जैसे क्राइम की दुनिया में कहा जाता है , और हिन्दी फिल्मो के भरोसे हम सब जानते हैं कि हत्यारा एक बार सबूत मिटाने के लिये घटना स्थल पर जरूर लौटता है , या प्रेम की दुनिया से उदाहरण लें तो हम जानते हैं कि प्रेमी जोड़ा फर्स्ट मीटींग पाइंट पर जब तब फिर फिर मिलता रहता है ...कुछ उसी तरह ब्लागर अपनी पोस्ट पर एक बार जरूर फिर से आता है , टिप्पणियां देखने के लिये ....तो मैं भी यहां हूं .. टिप्पणी करके लेखक का मनोबल बढ़ाने का सारस्वत कार्य ati aavashayak हैं ...Vivek Ranjan Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/06945725435403559585noreply@blogger.com